मुजफ्फरनगर। एंटी करप्शन सहारनपुर की टीम ने मुजफ्फरनगर में एक लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी ने कृषि भूमि का दाखिल खारिज कराने के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांग थी।
मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत होने के पश्चात एंटी करप्शन टीम ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी लेखपाल को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लेखपाल मोहम्मद अहसान सर्वे नायब तहसीलदार बिजनौर (सर्किल) में तैनात है और हीमपुर दीपा क्षेत्र के गांव नसीरपुर का रहने वाला है।
यह है पूरा मामला
भोपा थाना क्षेत्र के गांव मजलिसपुर तौफीर निवासी पोपिन ने बताया कि चार फरवरी 2015 को उसकी माता सुदेशना ने गंगा खादर में लगभग 11 बीघा कृषि भूमि गांव के ही बलजीत से खरीदी थी। अभिलेखों में भूमि का दाखिल खारिज होना था। उसके लिए कई वर्षों से कार्यालय के चक्कर लगा रहा था।
गंगा खादर क्षेत्र के 20 गांवों का सीमा विवाद है, जिस कारण सर्वे नायब तहसीलदार कार्यालय बिजनौर के बंदोबस्त लेखपाल मोहम्मद अहसान मजलिसपुर तौफीर के हल्का लेखपाल की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
50 हजार रुपये की मांग, 20 हजार का सौदा
आरोप है कि लेखपाल अहसान ने दाखिल खारिज के लिए रिपोर्ट लगाने की एवज में 50 हजार रुपये की मांग की और 20 हजार रुपये में सौदा कर लिया। पोपिन ने अपने रिश्तेदार सोनू सैनी से संपर्क करने के पश्चात मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर लेखपाल की शिकायत की।
एंटी करप्शन सहारनपुर टीम को मिले निर्देश
लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एंटी करप्शन मंडलीय थाना सहारनपुर को निर्देशित किया गया और टीम गठित हुई। मंगलवार को एंटी करप्शन टीम ने पोपिन को संग लेकर चकबंदी बंदोबस्त कार्यालय बिजनौर पहुंची। पोपिन ने 20 हजार रुपये की नकदी लेखपाल अहसान दी, तभी एंटी करप्शन टीम ने उसको गिरफ्तार कर लिया।
थाना भोपा में दर्ज हुआ मुकदमा
एंटी करप्शन मंडलीय थाना प्रभारी सुभाष सिंह ने बताया कि लेखपाल मोहम्मद अहसान को 20 हजार रुपये रिश्वत के रूप में लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ थाना भोपा पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।