इटावा। इटावा सफारी पार्क में शेरनी जेनिफर की शुक्रवार को सुबह मौत हो गई वह पिछले काफी दिनों से बीमार चल रही थी और इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। सफारी में पिछले 8 जुलाई से मौतों का ऐसा सिलसिला चला है कि 122 दिनो में 14 वन्य जीवों की मौत हो चुकी है।
इटावा सफारी पार्क में बब्बर शेर प्रजनन केंद्र की बब्बर शेरनी जैनिफर लगातार अस्वस्थ चल रही थी, जिसके उपचार में सफारी पार्क की चिकित्सीय टीम एवं प्रशासनिक टीम अनवरत लगी रही। जैनिफर का जन्म 21 मई 2012 प्राणि उद्यान, जूनागढ़ (गुजरात) में हुआ था। इटावा में स्थित इटावा सफारी पार्क में शेरनी 23 सितम्बर 2019 को जूनागढ़ से इटावा लायी गयी थी।
इटावा सफारी पार्क लाये जाने के बाद जैनिफर शेरनी का मिलन मनन से हुआ और जैनिफर ने गर्भधारण कर 15 अप्रैल 2020 को नर शावक को जन्म दिया, जो बाद में चलकर ‘‘केसरी’’ के नाम से जाना गया। बाद के वर्षो में जैनिफर ने कान्हा के माध्यम से 10 अगस्त 2022 को ‘‘विष्वा’’ नामक शावक के प्रजनन में अपना अपूर्व योगदान दिया।
शेरनी जेनिफर 2021 में कोविड से ग्रस्त हुई थी। जिसका अथक उपचार सफारी पार्क के पशु चिकित्सकों एवं अन्य संस्थानों के चिकित्सा विषेशज्ञों की सलाह पर किया गया तथा लगभग तीन माह के उपचार के बाद ठीक हो गयी थी। परन्तु जैनिफर कोविड के संक्रमण के उपरान्त किडनी की परेशानी से ग्रसित रहती थी। जिसके कारण उसकी किडनी का कई बार अथक प्रयास से उपचार किया जाता रहा। 15 अगस्त 2021 को बीमार होने पर उपचार किया गया तथा 15 दिन के उपचार के बाद वह ठीक हो पायी। बीते अक्टूबर 2023 में शेरनी बहुत ज्यादा बीमार हो गयी थी तथा खाना छोड़ दिया गया था जिसको उपचार एवं बहुत प्रयास से ठीक किया गया परन्तु 28 अक्टूबर 2023 को पुनः बीमार हुई जिसका उपचार सफारी पार्क के चिकित्सकों एवं अन्य संस्थानों के विषेशज्ञों की सलाह पर किया जा रहा था।
इसी बीच शुक्रवार को लगभग 8.30 बजे बब्बर शेरनी जैनिफर का देहान्त हो गया। जैनिफर का शव विच्छेदन एवं अन्य जांचों के लिए आईवीआरआई बरेली भेजा गया है। सफारी की डायरेक्टर दीक्षा भंडारी ने जेनिफर की मौत और उसकी बीमारी के बारे में जानकारी दी है, उन्होंने कहा है कि सफारी प्रशासन इस घटना से आहत है।