आईआईटी कानपुर में मंगलवार को एक रिसर्च स्कॉलर का शव हॉस्टल के कमरे में लटका मिला. जब हॉस्टल प्रशासन को इसकी जानकारी हुई तो आनन-फानन में उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने रिसर्च स्कॉलर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है. हालांकि पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मानकर जांच कर रही है. वहीं रिसर्च स्कॉलर के परिजनों को भी घटना की जानकारी हॉस्टल प्रशासन की तरफ से दे दी गई है.
जानकारी के अनुसार, आईआईटी कानपुर के जैविक विज्ञान और बायोइंजीनियरिंग विभाग में एक शोध स्टाफ सदस्य, डॉ. पल्लवी चिल्का का शव मंगलवार को उनके हॉस्टल रूम में पंखे से लटका पाया गया. बता दें कि काफी देर तक जब डॉ. पल्लवी चिल्का के रूम का दरवाजा नहीं खुला तो साथी रिसर्च स्कॉलरों ने इसकी सूचना हॉस्टल प्रशासन को दी.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
सूचना मिलने पर पहुंचे हॉस्टल प्रशासन के लोगों ने काफी देर तक उनके रूम के दरवाजे को खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. इस पर अनहोनी की आशंका के चलते आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने डॉ. पल्लवी के रूम का दरवाजा तोड़ा तो देखा कि अंदर डॉ. पल्लवी का शव पंखे से लटक रहा था. आनन-फानन में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस को फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.
2 दिन पहले घर से लौटी थीं डॉक्टर पल्लवी चिल्का
संस्थान के अनुसार, डॉ. पल्लवी चिल्का, अपने पोस्टडॉक्टरल शोध को आगे बढ़ाने के लिए संस्थान में शामिल हुईं थीं. 35 वर्षीय पल्लवी कटक की रहने वाली थीं. वह दो दिन पहले ही घर से वापस लौटी थीं. पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का लग रहा है. फिलहाल पुलिस और फॉरेंसिक की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. संस्थान ने डॉ. पल्लवी चिल्का के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है.