नई दिल्ली: हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष हुआ था. इसको लेकर इस्लामाबाद अपनी जीत का न सिर्फ झूठा दावा कर रहा है बल्कि फर्जी प्रचार को भी आगे बढ़ा रहा है. हालांकि, इसको लेकर मुंह की खानी पड़ रही है.
दरअसल, पाकिस्तान और दुनिया भर के कई सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक हाई-प्रोफाइल डिनर इवेंट में उपहार के रूप में एक पेंटिंग भेंट करने के लिए पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर का मजाक उड़ाया रहे हैं. ये पेंटिंग कथित चीनी सैन्य अभ्यास से काफी मिलती-जुलती है.
इवेंट से जारी की गई तस्वीरों में पेंटिंग दिखाई गई, जिसे भारत पर तथाकथित सैन्य अभियान का चित्रण बताया गया, लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तेज-तर्रार यूजर्स ने बताया कि यह तस्वीर चीनी सैन्य अभ्यास की चार साल पुरानी तस्वीर से काफी मिलती-जुलती है.
कई यूजर्स ने दावा किया कि यह तस्वीर चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अभ्यास के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध दृश्यों से सीधे उठाई गई है, जिससे ऑपरेशन बुन्यान-उन-मर्सूस के पाकिस्तान के चित्रण की प्रामाणिकता पर सवाल उठ रहे हैं.
चीनी सैन्य तस्वीर
ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भारत के खिलाफ पाक सेना के हमले को दर्शाने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को एक पुरानी चीनी सैन्य तस्वीर सोविनियर के रूप में भेंट की है. एक यूजर ने कहा कि तो सिर्फ एक नकली जीत की कहानी ही नहीं, बल्कि इसके साथ एक नकली तस्वीर भी. क्या मजाक है. वे अपने खुद के सैन्य अभियान का ओरिजिनल विजुअल भी नहीं बना सकते हैं.
‘गूगल से डाउनलोड की गई तस्वीर’
एक अन्य यूजर ने पोस्ट में चुटकी लेते हुए कहा, “एक और शर्मनाक क्षण में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गूगल इमेज से डाउनलोड की गई चीनी PHL-03 रॉकेट लॉन्चर की एक मॉर्फ्ड तस्वीर पाकिस्तानी फील्ड मार्शल असीम मुनीर को उपहार में दी. एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि मुनीर के प्रचार के समय को लेकर आलोचना भी बढ़ गई है.
परंपरागत रूप से फील्ड मार्शल का पद उन सैन्य नेताओं के लिए आरक्षित होता है, जो अपने देश को युद्ध में निर्विवाद विजय दिलाते हैं, लेकिन इस मामले में ऐसा कोई संघर्ष नहीं हुआ है. सूत्रों का कहना है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान यह भारत ही था, जिसने पाकिस्तान के हवाई ठिकानों को नुकसान पहुंचाया और उसके ड्रोन और मिसाइलों को निष्क्रिय कर दिया.
इवेंट में कौन हुआ शामिल
बता दें कि यह आयोजन राजनीतिक नेतृत्व, सशस्त्र बलों की दृढ़ प्रतिबद्धता और पाकिस्तान के लोगों की अदम्य भावना को सम्मानित करने के लिए किया गया था, जैसा कि “मरका-ए-हक – ऑपरेशन बनयान-उन-मर्सूस” के दौरान देखा गया था, लेकिन यह सोशल मीडिया पर व्यापक उपहास का विषय बन गया. डिनर में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री इशाक डार, सीनेट के अध्यक्ष यूसुफ रजा गिलानी और अन्य सहित टॉप राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व ने भाग लिया.
इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की सैन्य प्रतिक्रिया को विफल कर दिया था. साथ ही सीमा पार से लॉन्च किए गए अधिकांश ड्रोन और मानव रहित हवाई वाहनों को सफलतापूर्वक रोक दिया. इसके बावजूद, ऑपरेशन बुन्यान-उन-मर्सूस के बारे में पाकिस्तानी कथा को डिनर में देशभक्ति के रूप में पेश किया गया था.
हालांकि, चीनी मूल की इमेज ने अब कथा की विश्वसनीयता को कम कर दिया है और पूरे कार्यक्रम को मजाक का विषय बना दिया है. अब तक, न तो पाकिस्तानी सेना और न ही सरकार ने वायरल इमेज या मुनीर की पदोन्नति पर प्रतिक्रिया के बारे में कोई स्पष्टीकरण जारी किया है.