चीता प्रोजेक्ट को आज (17 सितंबर, मंगलवार) पूरे दो साल हो गए हैं. नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीते लाए गए. इस दौरान कई उतार-चढ़ाव आए. कई बार खुशी की तो कई बार दुख भरी खबर भी आई है. हालांकि नामीबिया-दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते अब यहां के माहौल में रच-बस गए. कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 25 है, जिनमें 12 वयस्क, जबकि 13 शावक शामिल हैं.
70 साल बाद भारत में चीतों को फिर से बसाया गया है. चीतों के लिए मध्य प्रदेश उपयुक्त माना गया और साल 2022 में 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते लाए गए. इन चीतों को बाड़े में रिलीज करने के लिए प्रधानमंत्री स्वयं आए और चीतों को बाड़े में रिलीज किया.
इसके बाद 18 सितंबर 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे. अब तक चीतों की दो खेप ही आई है. शुरुआत दौर में चीता प्रोजेक्ट काफी मुश्किल भरा था. नई जगह व नई आबोहवा की वजह से चीतों की मौत हो रही थी, लेकिन अब धीरे-धीरे चीते यहां के वातावरण में ढलने लगे हैं.
चीता प्रोजेक्ट पर एक नजर
– 17 सितंबर 2022 : नामीबिया से 8 चीते आए.
– 18 सितंबर 2023 : दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते आए.
– 26 मार्च 2023 : को साधा की किडनी इंफेक्शन से मौत.
– 27 मार्च 2023 : ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया.
– 23 अप्रैल 2023 : नर चीता उदय की दिल के दौरे से मौत.
– 25 मई 2023 : ज्वाला के दो और शावकों की मौत.
– 11 जुलाई 2023 : आपसी संघर्ष में मेल चीता तेजस की मौत.
– 14 जुलाई 2023 : आपसी संघर्ष में मेल चीता सरजू की मौत.
– 02 अगस्त 2023 : इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत.
– 03 जनवरी 2024 : आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया.
– 16 जनवरी 2024 : नर चीता शौर्य की मौत.
– 22 जनवरी 2024 : ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया.
– 10 मार्च 2024 : चीता गामिनी ने 6 शावकों को जन्म दिया.
– 04 जून 2024 : मादा चीता गामिनी का शावक मृत मिला.
– 05 अगस्त 2024 : मादा चीता गामिनी के एक और शावक की मौत.
– 27 अगस्त 2024 : नामीबिया से लाए गए चीते पवन की मौत.