दिल्ली में आतिशी कैबिनेट की घोषणा कर दी गई है. 21 सितंबर को आतिशी के सीएम बनने के साथ-साथ ये विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे. दिल्ली में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन कैबिनेट मंत्री बनेंगे. इसके अलावा मुकेश अहलावत भी आतिशी की कैबिनेट में शामिल होंगे. मुकेश अहलावत को पहली बार दिल्ली कैबिनेट में शामिल किया जा रहा है.
आतिशी की कैबिनेट में शामिल होने जा रहे मुकेश अहलावत सुल्तानपुर माजरा से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं. मुकेश आम आदमी पार्टी के प्रमुख दलित नेता चेहरों में से एक हैं. आतिशी की कैबिनेट में जो पांच नाम हैं, इनमें से चार पहले भी मंत्री रहे हैं. मुकेश अहलावत को पहली बार मंत्री बनाया जा रहा है क्योंकि दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक है और पार्टी नए चेहरे को आजमाना चाहती है.
2020 में मुकेश पहली बार बने थे विधायक
साल 2020 में मुकेश अहलावत ने पहली बार सुल्तानपुर माजरा से AAP से चुनाव लड़ा और विधायक बने. नार्थ वेस्ट इलाके से मुकेश अहलावत अहम दलित चेहरा हैं. राजेंद्र पाल गौतम और राजकुमार आनंद के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में एक दलित मंत्री की जगह भी खाली थी. लोकसभा चुनाव के दौरान भी नार्थ वेस्ट दिल्ली से उम्मीदवार के तौर पर इनका नाम चर्चा में था. हालांकि, गठबंधन की वजह से ये सीट कांग्रेस को चली गई थी.
दिल्ली में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 तक है. इसके बाद दिल्ली में कभी भी चुनाव हो सकते हैं. अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी विधायक दल की नेता चुनी गई थी. विधायक दल की बैठक में आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों ने आतिशी के नाम पर सहमति जताई. इसके बाद आतिशी ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
21 सितंबर को सीएम पद की शपथ लेंगी आतिशी
आतिशी 21 सितंबर को सीएम पद की शपथ लेंगी. इस तरह आतिशी सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी. विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और उनका नाम अरविंद केजरीवाल है. मैं खुश हूं कि अरविंद केजरीवाल ने मुझ पर इतना भरोसा किया, लेकिन मेरा मन दुखी है कि वो आज इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने मुझे पहले विधायक, फिर मंत्री बनाया और आज मुख्यमंत्री बनने की जिम्मेदारी दी है.