नई दिल्ली। आईफोन बनाने वाली कंपनी एपल अगले चार से पांच सालों के दौरान भारत में उत्पादन को पांच गुना से अधिक बढ़ाकर 40 अरब डॉलर (लगभग 3.32 लाख करोड़) करने की योजना बना रही है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में सात अरब डालर के उत्पादन का आंकड़ा पार कर लिया है। हालांकि जब इस संबंध में कंपनी की प्रतिक्रिया मांगी गई तो उसने कोई जवाब नहीं दिया।
एपल भारत में आईफोन बनाती है और अगले साल से एयरपॉड्स का निर्माण शुरू करेगी। अधिकारी ने कहा कि एपल की भारत में आईपैड या लैपटाप बनाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी का आईटी हार्डवेयर पीएलआई में हिस्सा लेने की उसकी कोई योजना नहीं है। हालांकि बाद में वह इस योजना का लाभ उठा सकती है।
मोबाइल फोन की सबसे बड़ी निर्यातक
कंपनी ने 25 सितंबर, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में वैश्विक स्तर पर 191 अरब डॉलर के आइफोन और 38.36 अरब डालर के वियरेबल, घरेलू और एसेसरीज बेची। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों के दौरान कंपनी ने 156.77 अरब डालर के आइफोन और 30.52 अरब डालर के वियरेबल, घरेलू और एसेसरीज बेची। कंपनी भारत से मोबाइल फोन की सबसे बड़ी निर्यातक बन गई है।
शुक्रवार को लांच किए गए एपल की आईफोन 15 सीरीज की बिक्री में आईफोन 14 की तुलना में 100 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। एपल ने आईफोन 15 सीरीज में चार मॉडल लांच किए हैं। भारत में दो वैरिएंट आईफोन 15 और आईफोन 15 प्लस भी बनाए जा रहे हैं। कंपनी ने पहली बार मेड इन इंडिया आइफोन उसी दिन उपलब्ध कराया है, जिस दिन उसने दुनिया के अन्य हिस्सों में यह डिवाइस बेचना शुरू किया था।
मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार, एपल 45,000 रुपये से अधिक कीमत वाले अल्ट्रा प्रीमियम सेगमेंट फोन में अग्रणी है और 2023 की पहली तिमाही में उसकी बाजार हिस्सेदारी 59 प्रतिशत है।