हरदोई। जिला कारागार में बंद पूर्व मंत्री आजम खां के पुत्र पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को विशेष बैरक संख्या 21 में कुछ बंदियों के साथ रखा गया है। उनके जेल आने के दूसरे दिन सोमवार को उनकी मौसा और मौसी ने जेल पहुंचकर उनसे मुलाकात की। वहीं, सपाइयों का प्रतिनिधिमंडल भी मुलाकात करने पहुंचा, लेकिन मुलाकात करने वाले 10 लोगों की सूची में किसी भी स्थानीय सपाई का नाम न होने से वे लोग मुलाकात नहीं कर सके।
अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट रामपुर ने पूर्व मंत्री आजम खां, उनकी पत्नी पूर्व सांसद डॉ. तजीन फात्मा और अब्दुल्ला आजम को सात वर्ष की सजा व 50 हजार रुपये जुर्माना लगाया था, जिसके बाद से वह रामपुर जेल में ही बंद थे। रविवार सुबह आजम खां को सीतापुर और अब्दुल्ला आजम को हरदोई जेल शिफ्ट किया गया।
जेल में मौसी को देखकर भावुक हुए अब्दुल्ला
आजम खां की बिलग्राम में ससुराल है तो धर्मशाला मार्ग पर नटवीर पुलिया के पास उनके साढ़ू जियाउल रहमान व साली तनवीर फातिमा (अब्दुल्ला आजम के मौसा-मौसी) रहती हैं। सोमवार को दोनों लोगों ने जेल पहुंचकर अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की और बाहर निकल कर बताया कि वह ठीक हैं। तनवीर फातिमा बोलीं कि उन्होंने अब्दुल्ला आजम को गोद में खिलाया है, उसे जेल में देखकर वह और अब्दुल्ला भी भावुक हो गया। वहीं, दूसरी तरफ सपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में पूर्व सांसद ऊषा वर्मा, पूर्व विधायक अनिल वर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष पद्मराग सिंह, सपा नेता अनिल सिंह बीरू भी मुलाकात के लिए पहुंचे, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी और उन्हें लौटा दिया गया। सपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि उन्हें मिलने नहीं दिया गया।
जेल अधीक्षक संजय कुमार सिंह ने बताया कि अब्दुल्ला आजम ने जिन 10 लोगों के नाम दिए हैं, वही लोग उनसे मुलाकात कर सकते हैं, जिसमें उनके मौसा और मौसी शामिल हैं। उनकी मुलाकात कराई गई, जो सपा नेता मुलाकात करने गए थे, अब्दुल्ला आजम ने उनमें से किसी का भी मुलाकात के लिए नाम नहीं दिया है।
खास बैरक में रखे गए अब्दुल्ला आजम
अब्दुल्ला आजम को जिस विशेष बैरक में रखा गया है, उसमें खास बंदी ही रखे जाते हैं। जेल सूत्रों के अनुसार खान मुबारक भी इसी बैरक में बंद था। अब अब्दुल्ला आजम भी इसी में रखे गए हैं और उनके साथ कुछ और बंदी भी हैं।