बिजनौर शहर के मोहल्ला मिर्दगान स्थित खलीफा कॉलोनी के अंदर मंसूर भूरा कबाड़ी का काम करते हैं. वे अपनी पत्नी जुबेदा और बेटे याकूब के साथ रहते थे. रविवार की सुबह जब काफी देर तक उनका दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोस के रहने वाले लोगों ने उनका दरवाजा खटखटाया. लेकिन कोई भी प्रतिक्रिया अंदर से नहीं हुई. जिसके बाद उनके घर की दीवार से झांक कर देखा गया तो बरामदे में मंसूर और पत्नी जुबेदा की खून से सनी लाश पड़ी थी.
इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने डबल मर्डर की सूचना तुरंत पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, एसपी सिटी संजीव बाजपेई फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो घर के एक कमरे के अंदर कपड़ों के नीचे बेटे याकूब की लाश भी दबी मिली. एक साथ तीन हत्या से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया.
पुलिस को मौके से एक पेचकश भी मिला है. जिसे पुलिस ने फिलहाल कब्जे में ले लिया है. आशंका जताई जा रही है कि हत्यारे ने पेचकश जैसी किसी धारदार चीज से ही गला काटकर हत्या को अंजाम दिया है. मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाने के लिए कुछ चीज अपने कब्जे में ली है.
उधर, मोहल्ले के रहने वाले लोगों की माने तो मृतक मंसूर के पांच बेटे और एक बेटी हैं. जिसमें एक बेटे की हत्या कर दी गई जबकि एक बेटा हिस्ट्रीशीटर है, जो फिलहाल जेल में बंद है. जबकि तीन अन्य बेटे उनसे अलग रहते हैं. पुलिस ने शक के आधार पर एक बेटे को हिरासत में ले लिया है और इस पूरे हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक ने तीन विशेष टीमों का गठन किया है.
पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा ने बताया कि शनिवार सवेरे पुलिस को एक सूचना मिली थी कि मिर्दगान मोहल्ले के एक घर के अंदर दो लाशे पड़ी हैं. इस सूचना के बाद फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड को भेजा गया. वहां से कुछ सबूत जुटाने के लिए सामान भी कब्जे में लिया गया है. मौके से एक पेचकश मिला है और बेटे की लाश घर के अंदर एक कमरे में कपड़ों के नीचे दबी मिली है. तीनों को देखकर लगता है कि उनकी हत्या की गई है. फिलहाल मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन कर दिया गया है.