उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक हृदयविदारक मामला सामने आया है. यहां दो सगे भाइयों ने खुद को डॉक्टर बताकर पांच वर्षीय एक मासूम बच्चे का फर्जी ऑपरेशन कर दिया, जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. दोनों आरोपी बिना किसी चिकित्सकीय योग्यता के वर्षों से ‘अनमोल हॉस्पिटल’ नाम से अस्पताल चला रहे थे और क्षेत्र में खुद को डॉक्टर प्रचारित कर रहे थे.
दरअसल, यह मामला चरवा थाना क्षेत्र के सिरियावां गांव का है. मृतक दिव्यांशु के पिता राम आसरे की तहरीर पर पुलिस ने दोनों भाइयों विकास कुमार और विशेष कुमार के खिलाफ हत्या समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. शिकायत में बताया गया कि 16 मार्च को राम आसरे अपने बेटे दिव्यांशु को पैर की तकलीफ के चलते अनमोल हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे.
वहां समय से डॉक्टर नहीं पहुंचे, तो आरोपियों ने खुद ही ऑपरेशन करने का फैसला लिया और बिना किसी विशेषज्ञ की देखरेख में बच्चे के पैर की सर्जरी करने लगे. ऑपरेशन के दौरान गंभीर लापरवाही हुई और बच्चे की हालत बिगड़ गई. फिर आरोपी उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर भाग गए, जहां इलाज के दौरान दिव्यांशु की मौत हो गई.
पूछताछ में आरोपियों ने माना कि उनके पास कोई मेडिकल डिग्री नहीं है और उन्होंने पैसे कमाने के लिए अस्पताल खोला था. वे अपने भाई संजय कुमार के नाम पर रजिस्टर्ड अस्पताल चला रहे थे. क्षेत्र के लोग उन्हें डॉक्टर मानते थे.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
सीओ चायल सतेंद्र तिवारी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपी डॉक्टर नहीं हैं और उन्होंने जानबूझकर ऑपरेशन कर मासूम की हत्या की है. इस आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304 और BNS की धारा 109 के तहत दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.