पूर्वी गोदावरी: आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में एक गांव है, जिसका नाम है बालभद्रपुरम। यह गांव बालभद्र नाम के देवता के नाम पर रखा गया है। बालभद्र, कृषि और उर्वरता के देवता माने जाते हैं। वे जगन्नाथ और सुभद्रा के बड़े भाई भी हैं। इस गांव की जमीन बहुत उपजाऊ है। यहां साल में तीन फसलें होती हैं, जिनमें धान, गन्ना और अन्य अनाज शामिल है। यह एक समृद्ध गांव है। लेकिन, अभी यहां ‘कैंसर’ एक बड़ी समस्या है। गांव में अचानक कैंसर के मामले बढ़ने से लोग डर गए हैं। जिले के कलेक्टर प्रशांत ने कहा कि आधे मामले ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के हैं। उन्होंने कहा कि कोई विशेष ट्रेंड नहीं है। मामले अलग-अलग हैं। गले, आंत, त्वचा, थायरॉयड, ब्रेस्ट, सर्वाइकल कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं।
जिले के कलेक्टर पी. प्रशांत ने बताया कि गांव में 32 कैंसर के मामले सामने आए हैं। यह संख्या राष्ट्रीय औसत से लगभग तीन गुना ज्यादा है। WHO से जुड़ी संस्था ग्लोबल कैंसर ऑब्जर्वेटरी के 2022 के एक अध्ययन के अनुसार, बालभद्रपुरम जैसे गांव में लगभग 10-11 कैंसर के मामले होने चाहिए। इस गांव में लगभग 10,800 लोग रहते हैं। लेकिन, बुरी बात यह है कि गांव में कैंसर के लगभग 100 मामले होने का अनुमान है। यह गांव अनापार्थी शहर के पास है। इस बात को लेकर आंध्र प्रदेश विधानसभा में भी चिंता जताई गई है। अनापार्थी के बीजेपी विधायक नल्लमिल्ली रामकृष्ण रेड्डी ने कहा है कि असली संख्या सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा हो सकती है। पिछले तीन सालों में, आधिकारिक तौर पर 19 लोगों की मौत कैंसर से हुई है। लेकिन, गांव के लोगों का कहना है कि अब तक 65 लोगों की जान जा चुकी है।