गौरव सिंघल/गाजियाबाद/संवाददाता। रैपिड रेल के नवंबर में शुरू होने वाले ट्रायल रन की तैयारियां सुपरफास्ट तरीके से आगे बढ़ रही हैं। साहिबाबाद से दुहाई तक के जिस प्राथमिकता खंड में ट्रायल होगा, उसका 17 किमी. लंबा एलिवेटेड ट्रैक लगभग तैयार हो चुका है। रेल चलाने के लिए बिछाई गई बिजली की लाइनों में अक्तूबर के आखिर तक करंट दौड़ने लगेगा। मुख्य नियंत्रण एवं निगरानी केंद्र पहले ही तैयार किया जा चुका है।
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है कि दुहाई डिपो में वर्तमान में दो रैपिड रेल के तकनीकी परीक्षण किए जा रहे हैं। ये परीक्षण मुख्य ट्रायल रन शुरू होने के पहले तक किए जाएंगे। इनमें रैपिड रेल की सभी प्रणालियों के साथ सिग्नल का डाटा एकत्रित किया जा रहा है। ट्रायल रन शुरू होने से पहले नवंबर माह में तीसरी रैपिड रेल दुहाई डिपो में आ जाएगी। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने अगले माह होने वाले मुख्य ट्रायल रन की तैयारियां तेज कर दी हैं। 17 किमी लंबे ट्रैक में से 12 पर पटरियां बिछाने का काम पूरा कर लिया गया है। बाकी में माह के अंत तक पूरा हो जाएगा।
साहिबाबाद से सराय काले खां खंड 2024 में शुरू होगा
रैपिड रेल के प्राथमिकता खंड में मार्च 2023 में संचालन शुरू होगा। फिर एनसीआरटीसी की योजना हर छह माह में 20 किमी के भाग को खोलने की है। इसके तहत दूसरे चरण में अक्तूबर 2023 तक दुहाई से मेरठ दक्षिण तक का सेक्शन खुलेगा। तीसरे चरण में साहिबाबाद से दिल्ली के सराय काले खां तक जून 2024 में रैपिड रेल दौडे़गी।
आनंद विहार से वैशाली तक दूसरी सुरंग की खोदाई माह के अंत से
रैपिड रेल की आनंद विहार से वैशाली तक दो किमी लंबी सुरंग (टनल) की खोदाई का काम माह के अंत से शुरू होगा। सुरंग की खोदाई के लिए 90 मीटर लंबी विशालकाय टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) सुदर्शन गुजरात से गाजियाबाद पहुंच गई है। खोदाई से पहले बनाए गए बड़े शाफ्ट (गड्ढे) में टीबीएम को उतारकर उसके बड़े पुर्जों को आपस में जोड़ा (असेंबल) जा रहा है। टीबीएम के दो सप्ताह में असेंबल होने के साथ ही फिर खोदाई शुरू हो जाएगी।

तैयार हो चुका है प्रशासनिक भवन
पहले खंड के साथ पूरे रैपिड रेल कॉरिडोर की निगरानी और नियंत्रण के लिए मुख्य कमांड एंड कंट्रोल और बैकअप ऑपरेशनल सेंटर दुहाई में बना है। यहां मुख्य प्रशासनिक भवन तैयार होने के साथ उपकरणों को लगाने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है।