हरदोई। करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ्तार भरावन के कुकुरा मदारपुर स्थित जीविका कॉलेज आफ फार्मेसी के चेयरमैन रामगोपाल ने कमीशन से काम शुरू कर अपना ही संस्थान खड़ा कर लिया।
वर्ष 2017 से पहले वह लखनऊ के फार्मेसी कॉलेज में छात्र-छात्राओं का प्रवेश कराकर कमीशन लेता था और फिर अपना ही जीविका कॉलेज आफ फार्मेसी, जीविका हॉस्पिटल तैयार कर लिया, जिसमें ओबीसी, एससी-एसटी व दिव्यांग छात्रों का जीरो बैलेंस फीस स्कीम में प्रवेश कराकर उनके नाम पर छात्रवृत्ति का घालमेल किया।
करोड़ों की संपत्ति का मालिक
पांच बीघा खेत वाला राम गोपाल देखते-देखते करोड़ों की संपत्ति का मालिक हो गया। रामगोपाल की पत्नी सरोजिनी ग्राम पंचायत कुकुरा की प्रधान हैं। रामगोपाल ने भीम राव अंबेडकर फाउंडेशन ट्रस्ट का संचालन भी किया।
2013 में कॉलेज की स्थापना
रामगोपाल ने कमीशन पर प्रवेश कराने से अपना काम शुरू किया, जिसे वर्षों तक करता रहा। फिर वर्ष 2013 में अपने कॉलेज की स्थापना कर दी, जो 2016-17 में शुरू हो गया।
एडमिशन में छात्रों से एग्रीमेंट कराया
जानकारों के अनुसार, संस्थानों ने दाखिले के वक्त ही ओबीसी, एससी-एसटी व दिव्यांग छात्रों को बताया कि उनका जीरो फीस पर एडमिशन में छात्रों से एग्रीमेंट कराया और उनके खाते खुलवाए, लेकिन खातों का संचालन अपने पास रखा, इसमें छात्रवृत्ति आती रही और उसे हड़पा जाता रहा। पूरा मामला सामने आने पर ईडी ने 16 फरवरी को कॉलेज में छापा मारकर अभिलेख कब्जे में लिए थे।