मेरठ में एसटीएफ ने मंगलवार को एक स्विफ्ट कार सवार संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसकी गाड़ी से 1975 अवैध कारतूस बरामद किए गए. आरोपी ने खुलासा किया कि वह यह कारतूस देहरादून से मेरठ सप्लाई करने आया था. एसटीएफ ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
सूचना के आधार पर हुई घेराबंदी
एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि एक व्यक्ति अवैध कारतूसों की बड़ी खेप लेकर मेरठ आने वाला है. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने इलाके में घेराबंदी कर संदिग्ध गाड़ियों पर नजर रखनी शुरू कर दी.
गिरफ्तार आरोपी का खुलासा
गिरफ्तार राशिद अली से जब कड़ी पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि यह कारतूस सुभाष राणा और सक्षम मलिक ने उसे इंस्टीट्यूट ऑफ शूटिंग स्पोर्ट्स (RISS), देहरादून से मेरठ में किसी को डिलीवर करने के लिए दिए थे.
आरोपी ने यह भी बताया कि मेरठ पहुंचने के बाद उसे एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आने वाला था, जिससे उसकी मुलाकात कराई जानी थी. सौदा पूरा करने के लिए उसे पैसे लेने थे और कारतूस सुपुर्द करने थे.
एसटीएफ कर रही पूरे नेटवर्क की जांच
एसटीएफ एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि राशिद अली से पूछताछ जारी है. टीम यह पता लगाने में जुटी है कि ये कारतूस मेरठ में किसे सप्लाई किए जाने थे और इस नेटवर्क में कौन-कौन लोग शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक राशिद अली पहले भी कई बार हथियार और कारतूसों की खेप की तस्करी कर चुका है. एसटीएफ अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसने अब तक कितनी बार इस तरह की डिलीवरी की और किन-किन राज्यों में इनकी सप्लाई हो रही थी.