रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुल आबादी के मुकाबले 68 प्रतिशत आबादी मतदाता बन चुकी हैं। निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक प्रदेश की अनुमानित आबादी तीन करोड़ 03 लाख है, वहीं कुल मतदाताओं की संख्या प्रदेश में दो करोड़ 03 लाख पहुंच चुकी है। प्रदेश की स्थिति पर गौर करें तो यहां 68 प्रतिशत की आबादी ने अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा लिया है।
2011 की जनसंख्या पर गौर करें तो 2 करोड़ 55 लाख की आबादी के मुताबिक प्रदेश में 80 प्रतिशत मतदाता वोटर हैं, लेकिन वर्ष 2011 के बाद जनगणना नहीं होने की वजह से प्रदेश की अनुमानित आबादी तीन करोड़ आंकी जा रही है।
निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक बाकी 32 प्रतिशत आबादी जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम हैं या तो कई ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने अभी भी अपना नाम वोटर आइडी में शामिल नहीं कराया है। प्रदेश में इस वर्ष निर्वाचन कार्यालय ने दो लाख से अधिक नामों को विलोपित हैं। इसमें कई नाम दो-दो विधानसभा में वोटर आइडी के रूप में भी चिन्हित किया गया है।
80 प्रतिशत आबादी वोटर आइडी से लिंक
प्रदेश में 80 प्रतिशत मतदाताओं ने वोटर आइडी कार्ड, आधार कार्ड से लिंक करा लिया है। निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक वोटर आइडी कार्ड से आधार कार्ड को लिंक कराना जरूरी नहीं है, लेकिन पारदर्शिता, मोबाइल नंबर और पते के मिलान के लिए यह काफी उपयोगी साबित होता है।
सात विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा मतदाता
चार अक्टूबर को जारी सूची के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में सात विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा मतदाता है। यहां एक-एक सीटों पर कुल मतदाताओं की संख्या तीन लाख से अधिक है। इन विधानसभा सीटों पर कसडोल,रायपुर ग्रामीण, कर्वधा, पंडरिया, बिल्दा, मस्तूरी,बिलाईगढ़ शामिल हैं। इसके साथ ही 18 विधानसभा सीटों में ही दो लाख से कम मतदाता हैं, बाकी सीटों पर कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख से अधिक है।