ग्वालियर के डबरा में बुधवार रात हुई युवक की हत्या के बाद गुरुवार को मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। पूर्व मंत्री इमरती देवी के नेतृत्व में बघेल समाज के सैकड़ों लोग थाने तक नारेबाजी करते हुए पहुंचे और अंदर धरने पर बैठ गए।
धरना दे रहे लोगों ने पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान काफी देर तक हंगामा चलता रहा। परिजनों की मांग थी कि आरोपियों के घर तोड़े जाएं। इमरती देवी ने इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी बात की। सिंधिया ने इमरती को आश्वासन दिया कि आरोपियों के मकान तोड़ने की दिशा में भी कार्रवाई होगी और थाना प्रभारी को भी हटाया जाएगा। इसके बाद पूर्व मंत्री ने धरना खत्म किया।
पहले जान लीजिए पूरा मामला
डबरा
के हनुमान कॉलोनी में रहने वाले 22 वर्षीय प्रशांत बघेल पुत्र इंदर का
जवाहर कॉलोनी में रहने वाले जसपाल उर्फ बिल्लो और उसके साथियों से हफ्ते भर
पहले विवाद हुआ था। आरोपी ने प्रशांत से फोन पर कहा था कि तू ज्यादा बन
रहा है, तुझे बताना पड़ेगा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया।
इस विवाद के बाद दोनों पक्षों के बीच मंदिर में बैठकर समझौता भी हो गया। बुधवार रात करीब 8 बजे प्रशांत अपने घर के बाहर खड़ा था। आरोप है कि इसी दौरान जसपाल और उसके साथियों ने प्रशांत पर 10 राउंड फायर किए। जिसमें 3 गोलियां प्रशांत को लगीं। प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गई। इस गोलीबारी में वहां से निकल रहा राज नाम का युवक भी घायल हो गया। जो कि अहमदाबाद में रहकर काम करता है और एक-दो दिन पहले ही रिश्तेदार के यहां डबरा आया था।
बघेल समाज थाने में धरने पर बैठा
दोपहर
2 बजे के लगभग बघेल समाज के सैकड़ों लोग नारेबाजी करते हुए थाने तक
पहुंचे। वे थाने के अंदर धरने पर बैठ गए। बघेल समाज ने पुलिस-प्रशासन
मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
आरोपियों के मकान तोड़ने की मांग
वारदात
के बाद गुरुवार सुबह पूर्व मंत्री इमरती देवी मृतक के परिवार के साथ पहले
पीएम हाउस, फिर थाना परिसर में धरने पर बैठ गईं। उन्होंने आरोपियों के मकान
तोड़ने और उन्हें शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की।
दिनभर चले घटनाक्रम के बाद शाम को पुलिस ने 2 नाबालिग सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उसके बाद भी इमरती देवी थाना प्रभारी को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठी रहीं।
सिंधिया ने दिया टीआई को हटाने का आश्वासन
पूर्व
मंत्री इमरती देवी सुबह से ही पीड़ित परिवार के साथ धरने पर बैठी रहीं। इस
दौरान सैकड़ों की संख्या में युवा भी थाने के अंदर धरने पर बैठ गए। पूर्व
मंत्री ने आरोपियों के घर तोड़ने की मांग की, जिस पर प्रशासन राजी नहीं
हुआ। उन्होंने थाना प्रभारी को हटाने की मांग की, उस पर भी प्रशासन ने
निर्णय नहीं ले पाया। इसी बीच सभी आरोपियों के गिरफ्तार होने की खबर आ गई,
तब जाकर मामला थोड़ा नरम पड़ा।
इमरती देवी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की। उसके बाद उन्होंने बताया कि महाराज ने आश्वासन दिया है कि मकान तोड़ने की दिशा में भी कार्रवाई होगी और थाना प्रभारी को भी हटाया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी चर्चा करने की बात कही थी, लेकिन मुख्यमंत्री से बात नहीं हो पाई थी।
भारी संख्या में डबरा बुलाई फोर्स
गिरफ्तार
मुख्य आरोपी जसपाल उर्फ बिल्लो पर हत्या और हत्या के प्रयास के मामले के
साथ ही मारपीट के कई मामले दर्ज हैं। सत्तार पर हत्या के प्रयास और मारपीट
के मामले दर्ज हैं। अन्य आरोपियों पर भी तीन-तीन मामले दर्ज हैं।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एडिशनल एसपी जयराज कुबेर, एसडीओपी विवेक शर्मा, थाना प्रभारी विलोआ रमेश शाक्य, थाना प्रभारी पिछोर केडी कुशवाह, देहात थाना प्रभारी राजकुमारी परमार, टेकनपुर चौकी प्रभारी देवेंद्र लोधी, आंतरी थाना प्रभारी दीपक भदौरिया सहित आसपास के थानों से भारी संख्या में पुलिस बल डबरा बुला लिया था। अधिकारियों ने काफी देर तक पूर्व मंत्री और पीड़ित परिवार को समझाया। इसके बाद वह माने और प्रशांत बघेल के शव को थाने से लेकर रवाना हुए।